Dard Bhari shayari

Dard bhari shayari

“कहाँ वफा का सिला देते हैं लोग,
अब तो मोहब्बत की सजा देते हैं लोग,
पहले सजाते हैं दिलो में चाहतों का ख्वाब,
फिर ऐतबार को आग लगा देते हैं लोग.”

? Dard Bhari shayari ?


“पत्थरों से प्यार किया नादान थे हम,
गलती हुई क्योकि इंशान थे हम….,
आज जिन्हें नज़रें मिलाने में तकलीफ होती हैं,
कभी उसी सक्स की जान थे हम…..”

? दर्द भरी शायरी ?


“ऐसा भी नहीं की उससे मिला दे कोई,
कैसी हैं वो बस इतना बता दे कोई….,
सुखी हैं बरी देर से पलकों की जुवा,
आज की रात तो जी भर के रुला दे कोई.”

? Dard Shayari ?


“मेरी उजरी दुनियाँ को तू आबाद न कर,
बीते लम्हों को तू फिर से याद न कर,
एक कैद परिंदे का हैं तुमसे यही कहना…,
मैं भूल चूका हूँ उरना मुझे फिर से आज़ाद न कर.”

? दर्द शायरी ?


“झुकी हुई पलकों से उनका दीदार किया,
सब कुछ भुला के उनका इंतज़ार किया,
वो जान ही न पाई जजबात मेरे…..,
जिसे दुनियाँ में मैंने सबसे ज्यादा प्यार किया.”