“क्यों बनाया मुझको आए बनाने वाले,
बहुत गम देते हैं ये जमाने वाले….,
मैंने आग के उजालों में कुछ चेहरों को देखा,
मेरे अपने ही थे मेरे घर जलाने वाले.”
“हर पल दिल को बहला लेता हूँ,
तन्हाई में खुद को ही दोस्त बना लेता हूँ,
याद उनको करके मुस्कुरा लेता हूँ,
गुजरे लम्हों को फिर करीब बुला लेता हूँ.”
? Dard Bhari shayari ?
“कल रात वो मिली ख्वाब में,
हम ने पूछा क्यों ठुकराया आपने,
जब देखा तो उनकी आँखों में भी आँसू थे,
फिर कैसे पूछता क्यों रुलाया आपने.”
“अपने दिल को अगर दुखाना हैं,
बहारों में अगर घर जलाना हैं….,
प्यार करो एक बेवफा से,
अगर मोहब्बत को आजमाना हैं.”
“दर्द होता नही दुनियाँ को दिखाने के लिए,
हर कोई रोता नही आँसू बहाने के लिए,
रूठने का मज़ा तो तब आता हैं दोस्तों…,
जब अपना हो कोई मनाने के लिए….”