जीने की ख्वाहिश में हर रोज़ मरते हैं,
वो आये न आये हम इंतज़ार करते हैं,
झूठा ही सही मेरे यार का वादा है,
हम सच मान कर ऐतबार करते हैं ।
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Hindi Shayari Sad
न वो सपना देखो जो टूट जाये,
न वो हाथ थामो जो छूट जाये,
मत आने दो किसी को करीब इतना,
कि उसके दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये।
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आग दिल में लगी जब वो खफ़ा हुए,
महसूस हुआ तब, जब वो जुदा हुए,
करके वफ़ा कुछ दे ना सके वो,
पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफ़ा हुए!
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इस तरह मिली वो मुझे सालों के बाद,
जैसे हक़ीक़त मिली हो ख़यालों के बाद,
मैं पूछता रहा उस से ख़तायें अपनी,
वो बहुत रोई मेरे सवालों के बाद |
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कुछ लोग कहते है की बदल गया हूँ मैं,
उनको ये नहीं पता की संभल गया हूँ मैं,
उदासी आज भी मेरे चेहरे से झलकती है,
पर, अब दर्द में भी मुस्कुराना सीख गया हूँ मैं|
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Hindi Shayari Sad
कुछ इतने दिए हसरत-ए-दीदार ने धोखे, वो सामने बैठे हैं यकीन हम को नहीं है।
भूल पाना मुझे इतना आसान तो नहीं है, बातों-बातों में ही बातों से निकल आऊंगा।
उतना हसीन फिर कोई लम्हा नहीं मिला, तेरे जाने के बाद कोई भी तुझ सा नहीं मिला, सोचा करूँ मैं एक दिन खुद से ही गुफ्तगू, लेकिन कभी मैं खुद को तन्हा नहीं मिला।
यकीन था कि तुम भूल जाओगे मुझको, खुशी है कि तुम उम्मीद पर खरे उतरे।
वो चाँदनी का बदन खुशबुओं का साया है, बहुत अजीज़ हमें है मगर पराया है, उसे किसी की मोहब्बत का ऐतबार नहीं, उसे ज़माने ने शायद बहुत सताया है।
जब भी वो उदास हो उसे मेरी कहानी सुना देना, मेरे हालात पर हँसना उसकी पुरानी आदत है।
हमने तेरे बाद न रखी किसी से मोहब्बत की आस, एक शख्स ही बहुत था जो सब कुछ सिखा गया।
कुछ तबीयत ही मिली थी ऐसी, चैन से जीने की सूरत नहीं हुई, जिसको चाहा उसे अपना न सके, जो मिला उससे मोहब्बत न हुई।
जो शख्स मेरी हर कहानी हर किस्से में आया, वो मेरा हिस्सा होकर भी मेरे हिस्से में नहीं आया।
कभी ख़ुशी से ख़ुशी की तरफ नही देखा, तेरे जाने के बाद किसी और को नही देखा, तेरा इंतज़ार करना तो है लाज़िम, इसलिए कभी हमने घड़ी की तरफ नही देखा।
Top 50 Hindi Shayari Sad
जख़्म इतना गहरा हैं इज़हार क्या करें, हम ख़ुद निशां बन गये ओरो का क्या करें, मर गए हम मगर खुली रही आँखे हमरी, क्योंकि हमारी आँखों को उनका इंतेज़ार हैं।
चल मेरे हमनशीं अब कहीं और चल, इस चमन में अब अपना गुजारा नहीं, बात होती गुलों तक तो सह लेते हम, अब काँटों पे भी हक हमारा नहीं।
एक ये ख्वाहिश के कोई ज़ख्म न देखे दिल का, एक ये हसरत कि कोई देखने वाला तो होता।
सिर्फ चेहरे की उदासी से भर आये तेरी आँखों में आँसू, मेरे दिल का क्या आलम है ये तो तू अभी जानता नहीं।
कोई आदत कोई बात या सिर्फ मेरी खामोशी, कभी तो कुछ तो उसे भी याद आता होगा।
इक तेरे बगैर ही न गुजरेगी ये ज़िंदगी मेरी, बता मैं क्या करूँ सारे ज़माने की ख़ुशी लेकर।
माना कि किस्मत पे मेरा कोई जोर नहीं, पर ये सच है कि मोहब्बत मेरी कमज़ोर नहीं, उसके दिल में, यादों में कोई और है लेकिन, मेरी हर साँस में उसके सिवा कोई और नहीं।
एक तुम ही मिल जाते बस इतना काफ़ी था, सारी दुनिया के तलबगार नहीं थे हम।
रोज ख्वाबों में जीते हैं वो ज़िन्दगी, जो तेरे साथ हक़ीक़त में सोची थी कभी।
ठोकर न लगा मुझे पत्थर नहीं हूँ मैं, हैरत से न देख कोई मंज़र नहीं हूँ मैं, उनकी नजर में मेरी कदर कुछ भी नहीं, मगर उनसे पूछो जिन्हें हासिल नहीं हूँ मैं।
Best 50 Hindi Shayari Sad
तुम्हारी तलाश में निकलूँ भी तो क्या फायदा..? तुम बदल गए हो, खो गए होते तो और बात थी।
फलक के तारों से क्या दूर होगी जुल्मत-ए-शब, जब अपने घर के चरागों से रोशनी न मिली।
सपनों से दिल लगाने की आदत नहीं रही, हर वक्त मुस्कुराने की आदत नहीं रही, ये सोच के कि कोई मनाने नहीं आएगा, अब हमको रूठ जाने की आदत नहीं रही।
वो रोज़ देखता है डूबते सूरज को इस तरह, काश… मैं भी किसी शाम का मंज़र होता।
ये तेरा खेल न बन जाए हक़ीकत एक दिन, रेत पे लिख के मेरा नाम मिटाया न करो।
कल क्या खूब इश्क़ से इन्तकाम लिया मैंने, कागज़ पर लिखा इश्क़ और उसे जला दिया।
अब भी इल्जाम-ए-मोहब्बत है हमारे सिर पर, अब तो बनती भी नहीं यार हमारी उसकी।
मुद्दत से थी किसी से मिलने की आरज़ू, ख्वाहिश-ए-दीदार में सब कुछ गँवा दिया, किसी ने दी खबर कि वो आयेंगे रात को, इतना किया उजाला कि घर तक जला दिया।
किसी को इतना मत चाहो कि भुला न सको, यहाँ मिजाज बदलते हैं मौसम की तरह।
न जाने क्यूँ वक़्त इस तरह गुजर जाता है, जो वक़्त था वो पलट कर सामने आता है, और जिस वक़्त को हम दिल से पाना चाहते हैं, वो तो बस एक लम्हा बनकर बीत जाता है।
Hindi Shayari Sad 2022
औरों के पास जा के मेरी दास्तान न पूछ, कुछ तो मेरे चेहरे पे लिखा हुआ भी देख।
प्यास दिल की बुझाने वो कभी आया भी नहीं, कैसा बादल है जिसका कोई साया भी नहीं, बेरुख़ी इस से बड़ी और भला क्या होगी, एक मुद्दत से हमें उसने सताया भी नहीं।
था जहाँ कहना वहां कह न पाये उम्र भर, कागज़ों पर यूँ शेर लिखना बेज़ुबानी ही तो है।
तुमने सोच लिया मिल जायेंगे बहुत चाहने वाले, ये भी सोच लेते कि फर्क होता है चाहतों में भी।
जरा सा झाँक कर तो देखिये वीरान आँखों में, सभी एहसास आँखों की नमी से तय नहीं होते।
मुद्दत से कोई शख्स रुलाने नहीं आया, जलती हुई आँखों को बुझाने नहीं आया, जो कहता था कि रहेंगे उम्र भर साथ तेरे, अब रूठे हैं तो कोई मनाने नहीं आया।
बहुत लहरों को पकड़ा डूबने वाले के हाथों ने, यही बस एक दरिया का नजारा याद रहता है, मैं किस तेजी से ज़िंदा हूँ मैं ये भूल जाता हूँ, नहीं आना इस दुनिया में दोबारा याद रहता है।
न किसी के दिल की हूँ आरजू, न किसी नजर की हूँ जुस्तजू, मैं वो फूल हूँ जो उदास है, न बहार आए तो क्या करूँ।
रूठा अगर तुझसे तो इस अंदाज से रूठूंगा, तेरे शहर की मिट्टी भी मेरे वजूद को तरसेगी।
तू रूठकर गया है तो मत आ के मुझसे मिल, मंज़र तेरी शिकस्त का मुझसे देखा न जाएगा।
Top Best Hindi Shayari Sad
किस फिक्र किस ख्याल में खोया हुआ सा है, दिल आज तेरी याद को भूला हुआ सा है, गुलशन में इस तरह कब आई थी बहार हर फूल अपनी शाख से टूटा हुआ सा है।
ज़माना खड़ा है हाथों में पत्थर लेकर, कहाँ तक भागूं शीशे का मुक़द्दर लेकर।
मैं शिकवा करूँ भी तो किस से करूँ, अपना ही मुक़द्दर है अपनी ही लकीरें हैं।
अजीब रंग का मौसम चला है कुछ दिन से, नजर पे बोझ है और दिल खफा है कुछ दिन से, वो और था जिसे तू जानता था बरसों से, मैं और हूँ जिसे तू मिल रहा है कुछ दिन से।
तुम बहते पानी से हो हर शक्ल में ढल जाते हो, मैं रेत सा हूँ मुझसे कच्चे घर भी नहीं बनते।
नसीब बनकर कोई ज़िन्दगी में आता है, फिर ख्वाब बनकर आँखों में समा जाता है, यकीन दिलाता है कि वो हमारा ही है, फिर न जाने क्यूँ वक़्त के साथ बदल जाता है।
जो तुम बोलो बिखर जाएँ जो तुम चाहो संवर जायें, मगर यूँ टूटना जुड़ना बहुत तकलीफ देता है।
ज़ख्म क्या क्या न ज़िन्दगी से मिले, ख्वाब पलकों से बे-रुखी से मिले, आप को मिल गए हैं किस्मत से, हम ज़माने में कब किसी को मिले?
कोई मिला ही नहीं जिस को सौंपते मोहसिन, हम अपने ख्वाब की खुशबू, ख्याल का मौसम।
वो ज़हर देता तो दुनिया की नजरों में आ जाता, सो उसने यूँ किया कि वक़्त पे दवा न दी।