Love Shayari

Love Shayari

जब उसकी धुन में रहा करते थे, हम भी चुप चुप जिया करते थे, लोग आते थे गजल सुंनाने, हम उसकी बात किया करते थे, घर की दीवार सजाने के खातिर, हम उसका नाम लिखा करते थे, कल उसको देख कर याद आया हमे, हम भी कभी मोहोब्बत किया करते थे, लोग मुझे देख कर उसका नाम लिया करते थे.


उसका इल्जाम है वह लगातार ताकता है मुझे, लेकिन यह तो बता की मै ताकता हूँ यह पता कैसे चला तुझे.

कल हलकी सी बरसात में हो गयी मुलाक़ात उनसे, नज़रों की शबनम ने जैसे कर ली हो हर बात उनसे, उनकी आँखों में थी ऐसी कशिश के क्या कहें, मेरे जिस्म के रोम रोम ने कर ली मोहब्बत उनसे.


आपकी अदा से हम मदहोश हो गये, आप नॆ पलट कर देखा तो हम बॆहोश हो गये यही एक बात कहनी थी आपसॆ ना जाने क्यूँ आपको दॆखतॆ ही हम खामोश हो गये.


हर नज़र मुझे एक कशिश होती है, हर दिल मॆ एक चाहत होती है, मुमकीन नही हर एक के लिये ताज महल बनाना पर हर दिल मुझे एक मुमताज रहती है.