कुछ मतलब के लिए ढूँढते हैं मुझको बिन मतलब जो आए तो क्या बात है, कत्ल कर के तो सब ले जाएँगे दिल मेरा कोई बातों से ले जाए तो क्या बात है.
शाम के बाद मिलती है रात हर बात में समाई हुई है तेरी याद, बहुत तनहा होती ये जिंदगी अगर नहीं मिलता जो आपका साथ.
लोग पूछते हैं की तुम क्यूँ अपनी मोहब्बत का इज़हार नहीं करते, हमने कहा जो लब्जों में बयां हो जाये सिर्फ उतना हम किसी से प्यार नहीं करते.
दिल की बात दिल में छुपा लेते हैं वो, हमको देख कर मुस्कुरा देते हैं वो, हमसे तो सब पूछ लेते हैं पर हमारी ही बात हमसे छुपा लेते हैं वो.
न तस्वीर है आपकी जो दीदार किया जाये, न आप पास हो जो प्यार किया जाये, ये कैसा दर्द दिया है, न कुछ कहा जाये न कुछ सुना जाये.