इस कदर हम उनकी मुहब्बत में खो गए, कि एक नज़र देखा और बस उन्हीं के हम हो गए, आँख खुली तो अँधेरा था देखा एक सपना था, आँख बंद की और उन्हीं सपनो में फिर सो गए.
बहुत खुबसूरत है आँखें तुम्हारी, इन्हें बना दो किस्मत हमारी, हमें नहीं चहिये ज़माने की खुशियाँ, अगर मिल जाये मोहब्बत तुम्हारी.
धोखा दिया था जब तूने मुझे, जिंदगी से मैं नाराज था, सोचा कि दिल से तुझे निकाल दूं मगर कंबख्त दिल भी तेरे पास था.
तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है, जिसका रास्ता बहुत खराब है, मेरे ज़ख़्म का अंदाज़ा ना लगा, दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है.
काटो के बदले फूल क्या दोगे, आँसू के बदले खुशी क्या दोगे, हम चाहते है आप से उमर भर की दोस्ती, हमारे इस शायरी का जवाब क्या दोगे ?