दिल का हाल बताना नहीं आता, किसी को ऐसे तड़पाना नहीं आता, सुनना चाहते हैं आपकी आवाज़ मगर बात करने का बहाना नहीं आता.
नाराज क्यूँ होते हो किस बात पे हो रूठे, अच्छा चलो ये माना तुम सच्चे हम ही झूठे, कब तक छुपाओगे तुम हमसे हो प्यार करते, गुस्से का है बहाना दिल में हो हम पे मरते.
नज़रें मिले तो प्यार हो जाता है, पलकें उठे तो इज़हार हो जाता है, ना जाने क्या कशिश है चाहत में के कोई अनजान भी हमारी ज़िन्दगी का हक़दार हो जाता है.
क्या विश्वास नही तुम्हे हमारे विश्वास पे, आज तुम फिर से ज़रा मेरी बातों पे एतबार तो करो, यूँ ना कहो मुझे बेवफा मैं बेवफा नही हूँ तुम मेरी वफ़ा को ज़रा समझने की कोशिश तो करो.
जाने क्या मुझसे ज़माना चाहता है, मेरा दिल तोड़कर मुझे ही हसाना चाहता है, जाने क्या बात झलकती है मेरे इस चेहरे से हर शख्स मुझे आज़माना चाहता है.