तन्हा रहना तो सीख लिया हमने लेकिन खुश कभी ना रह पाएंगे तेरी दूरी तो फिर भी सह लेता ये दिल लेकिन तेरी मोहब्बत के बिना ना जी पाएंगे.
प्रेम देह का मिलन नहीं है, प्रेम दिलों का जुड़ना है, चोटी पर चढ़कर मैं सोचूँ आगे बढूँ कि मुडना है, समझ मुझे समझाती है ये रुक जाओ गिर जाओगे प्रेम कह रहा पंख पसारो नीलगगन तक उड़ना है.
तेरे गम को अपनी रूह में उतार लूँ, जिन्दगी तेरी चाहत में सवार लूँ, मुलाकात हो तुझ से कुछ इस तरह तमाम उमर बस इक मुलाकात में गुजार लूँ.
ना जाने मुहब्बत में कितने अफसाने बन जाते है, शमां जिसको भी जलाती है वो परवाने बन जाते है, कुछ हासिल करना ही इश्क कि मंजिल नही होती किसी को खोकर भी कुछ लोग दिवाने बन जाते है.
मोह्ब्बत किसी ऐसे सख्स की तलाश नही करती, जिसके साथ रहा जाये मोह्ब्बत तो ऐसे सख्स की तलाश करती हे जिसके बगेर रहा न जाये.