प्यार को जब प्यार से प्यार हुवा तो प्यार ने प्यार को प्यार से पुछा प्यार केसा होता है, तो प्यार ने प्यार को प्यार से कहा जो इस प्यारी सी शायरी को पढ रहा है प्यार उनके जैसा प्यारा होता है.
सूरज आग उगलता है, सहना धरती को पड़ता है, मोह्हबत निगाहे कराती है, सहेना दिल को पड़ता है.
सोचा था इस कदर उनको भूल जाएँगे, देखकर भी अनदेखा कर जाएँगे, पर जब जब सामने आया उनका चेहरा सोचा एस बार देखले अगली बार भूल जाएँगे.
जिस चीज़ पे तू हाथ रखे वो चीज़ तेरी हो और जिस से तू प्यार करे वो तक़दीर मेरी हो.
वो ज़िंदगी ही क्या जिसमे मोहब्बत नही, वो मोहबत ही क्या जिसमे यादें नही, वो यादें क्या जिसमे तुम नही और वो तुम ही क्या जिसके साथ हम नही.