दिल में कोई और बसा तो नहीं, ये चाहत इश्क की ज्यादा तो नहीं, सब मुझे चाहने लगे हैं, कहीं मुझ में तुम्हारे जैसी कोई अदा तो नहीं.
तुझको मिल जायेगा बेहतर मुझसे, मुझको मिल जायेगा बेहतर तुझसे, फिर भी दिल में एक ख्याल आता हैं, जानी तू जो मिल जाए तो बेहतर हैं सबसे.
तेरा ख़याल तेरी आरजू न गयी, मेरे दिल से तेरी जुस्तजू न गयी, इश्क में सब कुछ लुटा दिया हँसकर मैंने, मगर तेरे प्यार कीआरजू न गयी.
तेरी चाहत में हम ज़माना भूल गये, किसी और को हम अपनाना भूल गये, तुम से मोहब्बत हैं बताया सारे जहाँ को, बस एक तुझे ही बताना भूल गये.
आँखों के सामने हर पल आपको पाया हैं, अपने दिल में भी सिर्फ आपको ही बसाया हैं, आपके बिना हम जिए भी तो कैसे, भला जान के बिना भी कोई जी पाया हैं.