हम आज भी शतरंज़ का खेल अकेले ही खेलते हे क्युकी दोस्तों के खिलाफ चाल चलना हमे आता नही ..।…

WhatsApp shayari
ज़िन्दगी यूँ मुश्किलातों से ना गुज़रती,
गर, दिल और दिमाग कि दोस्ती हुई होती .
तेरी बाहों में जो सुकूं था मिला
मैंने ढुंढा बहुत वो फिर ना मिला…
पल कितने भी गुजार लूं
तेरी बाहों मे यारां,
मगर हर सांस कहती है कि
दिल अभी भरा नही…..!
सोचा था की बहोत टूटकर चाहोगी तुम हमें,
लेकिन चाहा भी हमने और टूटे भी हम ही।
WhatsApp shayari In Hindi